प्यार के सफर में एक मुकाम हुए हम तुम
याद जो रहेगा वो पैगाम हुए हम तुम
सपनो की भीड़ में ये जिन्दगी वीरान है
प्रीत में ढली जो वो मुस्कान हुए हम तुम
धडकनों के पास तेरी यादोँ का बसेरा है
फासले सब टूटे एक पहचान हुए हम तुम
जिन्दगी और मौत पल दो पल का सवेरा है
जो कभी न ढ़ले ऐसी शाम हुए हम तुम
दर्द का सफर एक ख्याल बनकर रह गया
खुशियो का गाँव मेहमान हुए हम तुम
Wahhh bahut hi sundar hamesha ki trah
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी कविता है
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