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बुधवार, 24 फ़रवरी 2016

छोडो जी मोरी बैंया


आज मुझको आती है लाज 
कैसे दिखाऊँ दिल के दाग 
देखो तो सनम छेड़ो न आज 
सैंया -----छोडो जी मोरी बैंया 

कैसे दिखाऊँ दिल की प्रीत 
आज तुम्हारी हो गई जीत 
देखो मुझको तुमसे है प्रीत 
तुमको बनाया है मनमीत 
सैंया ----छोड़ो जी मोरी बैंया 

बादल काले छाएँ है आज 
लेकर नीर घुमड़े है आज 
खड़ो उनसे बरसो जी आज 
हम दोनों भी खेलेंगे फाग 
सैंया ----छोड़ो जी मोरी बैंया 



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