ये अर्चन स्वीकार करो
अचल हिमानी के आँगन में
कल्याणी तुम स्वर्ग भरो
देश हमारा रहे फूलता
फलता सदा बहारो में
रहे चमकती विजय पताका
नभ के चाँद सितारों में
सदा रहो तुम वन्दित घर घर
चाहत ये स्वीकार करो
जय वरदानी जय कल्याणी
जीवन में तुम ज्योति भरो
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