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गुरुवार, 11 फ़रवरी 2016

भारतमाता की अर्चना



जय जय हे भारतमाता 
ये अर्चन स्वीकार करो 
अचल हिमानी के आँगन में 
कल्याणी तुम स्वर्ग भरो 

                    देश हमारा रहे फूलता 
                    फलता सदा बहारो में 
                    रहे चमकती विजय पताका 
                    नभ के चाँद सितारों में 

सदा रहो  तुम वन्दित घर घर 
चाहत ये स्वीकार करो 
जय वरदानी जय कल्याणी 
जीवन में तुम ज्योति भरो 

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