दिल की ये बेताबी जाने किधर ले जाए हमें
बढ़ रही सीने की धड़कन कैसे बतलाएँ तुम्हें
जाने क्या होगा अन्जामे मुहब्बत अब हमारा
क्या जाने कब गर्दिश में छुप जाए सितारा
चोरी चुपके से यूँ मिलना रास न आया हमें
क्या करें काबू में ये दिल मेरा रहता नहीँ
कितना बेगाना हुआ हमसे कुछ कहता नहीँ
और भटकायेगी कितना दीवानगी अब हमें
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