जब मैने उससे कुछ कहा
अँधेरे में फुसफुसाहट सी हुई
किसी को भी कुछ पता न चला
फ़ूलों ने पक्षियों ने भी कुछ न सुना
पत्तों की सरसराहट ने कुछ कहा
नि ;शब्द वाद्यवृन्द बजा
पक्षियों के कलरव का
गान का, तान का
फ़ूलों के पराग का
कल कल निनाद का
हँसी का, मौन का
किसी ने कुछ न सुना
Thanks
जवाब देंहटाएंbahut accha laga aapko very happy new year ham aapki har kavita padate hai
जवाब देंहटाएंअतिसुन्दर good morninig
जवाब देंहटाएंअतिसुन्दर good morninig
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