झूठ के रंग भी देखे है मैने
काल झूठ और सफेद झूठ
काल झूठ बनाना पड़ता है
सफेद पर रंग नही चढ़ता है
पर सफेद बोलना सोचकर है
पकड़े जाने का इसमें डर है
काला तो काला है ,कवर है
कवर कर लेता, ढक जाता है
अति होना हर चीज़ का बुरा है
केवल सच ही सबसे खरा है
झूठ काला हो या सफेद लेकिन
चोरी औ सीनाजोरी कैसी परम्परा है
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