मुझको यूँ छोड़ न जा दिल को यूँ तोड़ न जा
होने वाली है सहर थोड़ी देर और ठहर
अभी राहों में अँधेरा ही होगा
रोशनी का नहीँ निशां होगा
अभी चँदा को जगमगाने दे
और तारों को टिमटिमाने दे
बादलों में तो छुपा है नूर मेरा
अब चिलमन उठाके चेहरा दिखा
इक झलक मुझको देख लेने दे
थोड़ी देर और मुझको जीने दे
तुझे जाने से किसने रोका है
बस थोड़ी देर को ही टोका है
अभी आँखे भी मेरी तरसी है
बनके सावन अभी ये बरसी है
@मीना गुलियानी
बादलों में तो छुपा है नूर मेरा
अब चिलमन उठाके चेहरा दिखा
इक झलक मुझको देख लेने दे
थोड़ी देर और मुझको जीने दे
तुझे जाने से किसने रोका है
बस थोड़ी देर को ही टोका है
अभी आँखे भी मेरी तरसी है
बनके सावन अभी ये बरसी है
@मीना गुलियानी
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