यह ब्लॉग खोजें

शनिवार, 26 मार्च 2016

दिल उड़ा जाता है

तेरी तरफ जाने क्यों मेरा दिल उड़ा जाता है
बेवफा क्यों तू इतना मुझे अब सताता है

                    दूर रहकर भी मुझसे दूर होता नहीं
                    याद न करने पर भी याद आता है

कैसे दूर  करूँ अपनी यादों से तुझे
तू लिपटे साये सा चला आता है

                  मेरी हर खामोशी की सदा कैसे सुन लेता है
                  बिना आहट बिन बुलाये भी चला आता है

तेरा आना कभी नागवार न लगा मुझको
पता नहीं क्यों तू इतना दिल को भाता है
@मीना गुलियानी











1 टिप्पणी: