वन में विचरण करती स्वछन्द
माँ ने देखा उसे प्रेमातिरेक से
लिपट गया था वो भी माँ से
एक शिकारी ने जब शावक देखा
साधा उसने बाण पाके मौका
हिरणी भांप गई उसे तत्क्षण
शावक बचाया किया समर्पण
शिकारी का भी पसीज गया मन
क्यों बींधा बाण से हिरणी का तन
शिकारी देख विचलित हुआ और जाना
ममता बच्चे के प्रति पशु में भी होती
जब बच्चा हो असुरक्षित उसकी ममता है रोती
सिर्फ इंसानो में नहीँ भावना ये सबमें है होती
@मीना गुलियानी
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