आज आसमां छू लेंगे हम
पिया संग में ले चल मुझे तारों के पार
छोटा सा बना लें आशियाँ
दुःख का न हो कोई निशां
तू कहे जो आज अपनी मस्ती में
इस हवा के संग झूम लूँ
मस्ती है आज इन हवाओं में
बादलों सी मै उड़ती फिरूँ
चाँद से कहदो इधर
देखे न यूँ घूरकर
आती है मुझको शर्म
करले अपना मुँह उधर
तारे गगन में देखो आज ये
कैसे है टिमटिमा रहे
जुगनू कैसे रात की
स्याही में जगमगा रहे
फूलो से खुशबू उडी
देखो मै तो उड़ चली
बादलों के गाँव में
प्रीत घटाओं में
@मीना गुलियानी
पिया संग में ले चल मुझे तारों के पार
छोटा सा बना लें आशियाँ
दुःख का न हो कोई निशां
तू कहे जो आज अपनी मस्ती में
इस हवा के संग झूम लूँ
मस्ती है आज इन हवाओं में
बादलों सी मै उड़ती फिरूँ
चाँद से कहदो इधर
देखे न यूँ घूरकर
आती है मुझको शर्म
करले अपना मुँह उधर
तारे गगन में देखो आज ये
कैसे है टिमटिमा रहे
जुगनू कैसे रात की
स्याही में जगमगा रहे
फूलो से खुशबू उडी
देखो मै तो उड़ चली
बादलों के गाँव में
प्रीत घटाओं में
@मीना गुलियानी
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