तेरी आँखों की वीरानगी देखी नहीं जाती
तेरे दिल की उदासी मुझसे देखी नहीं जाती
दिल खोलके रखदो तुम आज मेरे आगे
मुझसे तेरी बेबसी देखी नहीं जाती
क्या करेंगे गर यूँ ही मुँह फिरके बैठोगे
मुझसे तो तेरी ये बेरुखी झेली नहीं जाती
कुछ बात करो हँस दो चिलमन को उठाकर
मुझसे तो ये दीवार भी तोड़ी नहीं जाती
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