मिट गए सभी निशां
कोई तो मुझे बताए
कैसे ढूँढूँ पिया का गाँव
ऐ हवा ज़रा धीरे चलो
मिटने लगी राह से छाँव
कैसे पाऊँ पिया के निशां
कारवां गुज़र गया
रह गया बस धुँआ
उड़ती हवाओ बताओ
पिया मिलेंगे मुझे कहाँ
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