खोया हमने सब कुछ अपना प्यार तेरा पाने को
तूने भंवर में छोड़ा हमको दर दर भटकाने को
एक उजाला मेरी जिंदगी पाने से भी महरूम रही
घुटती रही मेरी सांसे पर जीने को मजबूर रही
रोती है यूँ मेरी मुहब्बत घुटके मर जाने को
मालूम न था प्यार में हमको ऐसे दिन भी आएंगे
जो कल तक थे हमको प्यारे बेगाने बन जाएंगे
फूट फूट कर रोया है दिल प्यार तेरा पाने को
ऐसा धड़का है मेरा दिल फिर से धड़कना भूल गया
खोया सब संसार में इतना रोने पर मजबूर हुआ
राह में तूने छोड़ दिया क्यों ठोकरें खाने को
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें