तेरे ख्याल आये तो आते चले गए
हम राज़ अपने दिल में छुपाते चले गए
तेरे दीद की हसरत लिए बैठे थे कभी से
तुम आये तो हम सबको भुलाते चले गए
तेरे अाने से रोशन हुआ मेरा सारा जहाँ
किश्ती को हम किनारे पे लाते चले गए
दिल डूब रहा था मेरा गम के भंवर में
मिला सुकून जो तुम साथ हमारे चले गए
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें