सारी दुनिया को ठुकरा के हम
तेरी चौखट थामे बैठे है
तूने तो हमको भुला दिया
हमने न तुमको बिसराया
सरे दर्दो गम झेले हमने
हर दर्द छुपाये बैठे है
तुझको रूसवा होने न दिया
इल्ज़ाम तुम्हारा हमने लिया
हर चोट गंवारा है हमको
दिल अपना लुटाए बैठे है
तेरे आशिक है शिकवा तुझसे
तू हमको कैसे भूल गया
सारी उम्र गुज़ारी सजदे में
सर अपना झुकाये बैठे है
@मीना गुलियानी
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