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मंगलवार, 8 मार्च 2016

नवीन राष्ट्र का निर्माण



आओ नवीन राष्ट्र का निर्माण हम करें

अरुणोदय की है बेला
मधुर मस्त नज़ारे
नवजागरण का  गान गाएं
नभ के ये तारे
बीती विभावरी दुखी मन शान्त हम करें

दुःख दूर करें
 उजियारा फ़ैलाएँ
घर घर जलाके दीप
अन्धकार हम मिटाएँ
हर उपवन फ़ूलों से गुलज़ार हम करें

हो देश में खुशहाली
हर भेद को मिटाएँ
लेके उजाला ज्ञान का
अविवेक हम मिटाएँ
अब अमन  के सुरों की झंकार हम करें


@मीना गुलियानी 

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