आओ नवीन राष्ट्र का निर्माण हम करें
अरुणोदय की है बेला
मधुर मस्त नज़ारे
नवजागरण का गान गाएं
नभ के ये तारे
बीती विभावरी दुखी मन शान्त हम करें
दुःख दूर करें
उजियारा फ़ैलाएँ
घर घर जलाके दीप
अन्धकार हम मिटाएँ
हर उपवन फ़ूलों से गुलज़ार हम करें
हो देश में खुशहाली
हर भेद को मिटाएँ
लेके उजाला ज्ञान का
अविवेक हम मिटाएँ
अब अमन के सुरों की झंकार हम करें
@मीना गुलियानी
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