तुम्हारी याद में दुनिया को है भुलाये हुए
ज़माना गुजरा है अपना ख्याल आये हुए
हज़ार पर्दे पहरे लगा ले ये दुनिया
रहेंगे मेरी नज़र में तो वो समाये हुए
तुम्हारे हुस्न की बस इक झलक ही काफी है
बुझा दो सारे चिरागो को जो जलाये हुए
मै तो तेरी याद से दिल में उजाला कर लूँगा
ये लोग क्यों मेरे आगे है शमा लाये हुए
तमाम उम्र गुज़ारी है हमने तो तेरी राहों में
बाकी कट जायेगी सज़दे में तेरे आये हुए
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